दानापुर- बक्सर रेलखंड से ठीक सटे बिहिया नगर स्थित प्रसिद्ध महथिन माई मंदिर में सोमवार को एक अनोखी शादी हुई। इसमें दूल्हा बना था बिहिया थाना में कार्यरत सिपाही रविंद्र चौधरी और दुल्हन बनी थी उसी के गांव के पड़ोस में रहने वाली निशा कुमारी। बराती और सराती की भूमिका थाना अध्यक्ष सहित सभी स्टाफ ने निभाई। मौके पर न बाजा बजा न शहनाई।
बिल्कुल सादे समारोह में मां महथिन को साक्षी मानकर मंदिर के पंडितों द्वारा उचारे गए मंत्रों के बीच वरमाला पहनाकर दोनों एक दूजे के हो गए। विवाह के दौरान प्रेमी सिपाही के माता पिता भी मौजूद थे, लेकिन प्रेमिका के पक्ष से कोई नहीं था। पुलिस की ओर से अल्पाहार का भी प्रबंध किया गया था।
जानकारी के अनुसार गया शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव निवासी श्याम चौधरी का पुत्र रविंद्र चौधरी, जो बिहिया थाना में पिछले दो माह से कार्यरत है, का अपने हीं गांव के पड़ोसी पपू चौधरी की पुत्री निशा कुमारी से प्रेम हो गया था। बताया जाता है कि दोनों एक साथ पढ़ते थे और पड़ोसी भी थे। पहले ताक झांक से प्यार की शुरुआत हुई, जो बाद में छिप-छिप के मिलने तक पहुंची।
जब प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने शादी का निर्णय ले लिया। लेकिन, गांव और पड़ोसी होने और समाज में बेइज्जती के कारण लड़की वाले शादी के लिए राजी नहीं थे। बताया जाता है कि सिपाही रविंद्र चौधरी दो-चार दिन पहले अपने गांव गया था, जहां दोनों ने अंतिम रूप से शादी करने का निर्णय लिया। दोनों आगे-पीछे घर से निकले और बिहिया पहुंच गए।
सारी बातों को समझने और काफी मंथन के बाद थाना अध्यक्ष उदयभानु सिंह सहित सहकर्मी साथियों ने दोनों की शादी करा देना हीं उचित समझा। हालांकि शादी के दौरान थाना अध्यक्ष फोन पर लड़की वालों की प्रतिक्रिया के लिए प्रयास करते देखे गए। इधर इस शादी में पुलिस की भूमिका को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया थी कि आप करें तो इश्क, हम करें तो करेक्टर ढीला।