इस योजना से राज्य को सबसे अधिक विदेशी मुद्रा पर्यटन से मिल सकता है। आईआरसीटीसी बिहार में विदेशी मुद्रा को बढ़ाने के लिए हर प्रयत्न करने को तैयार है। इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री उप मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री से मुलाकात कर नई योजना को लागू करने पर काम किया जाएगा।
प्रधानमंत्री व रेलमंत्री के सपने को साकार करने के लिए बिहार को पर्यटन का हब बनाया जाएगा। पर्यटन से रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। बिहार में 10 हजार लोगों को रोजगार देने की योजना है।
उक्त बातें रविवार को IRCTC के समूह महाप्रबंधक जफर आजम ने समस्तीपुर में कही। जफर आजम ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में बिहार लगातार विकास कर रहा है। इसमें रेलवे भी राज्य सरकार के सहयोग से नई पहल करने जा रही है।
इस योजना से राज्य को सबसे अधिक विदेशी मुद्रा पर्यटन से मिल सकता है। आईआरसीटीसी बिहार में विदेशी मुद्रा को बढ़ाने के लिए हर प्रयत्न करने को तैयार है।
इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री से मुलाकात कर नई योजना को लागू करने पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मिथिलांचल के इलाके पर विशेष नजर रखी जा रही है। यहां के लोगों को कम कीमत में विदेश यात्रा कराने की योजना शुरू कर दी गई है।
पर्यटन को दिया जा रहा बढ़ावा
स्कूली बच्चों को पर्यटन के लिए बढ़ावा देने की भी पहल की जाएगी। बिहार में बोध गया, अशोक स्तंभ, केसरिया स्तूप, राजगीर, नालंदा, बाल्मिकीनगर टाइगर रिर्जव, मिथिला सर्किट का विकास अच्छे से करने पर पर्यटन की सुविधा मिलेगी। मौके पर राजेश कुमार, संजीव कुमार, प्रमोद कुमार आदि उपस्थित रहे।
आईआरसीटीसी दे रहा है सिंगापुर, मलेशिया व थाईलैंड घूमने का मौका
आईआरसीटीसी ने बिहार से पहली बार अंतरराष्ट्रीय पैकेज लांच किया है। इसमें सिंगापुर, मलेशिया व थाईलैंड घूमने का मौका दिया जा रहा है।
इसके अलावा यूरोपियन व श्रीलंका घूमने का भी मौका दिया जाएगा। सिंगापुर व मलेशिया के लिए सात रात व आठ दिन पैकेज अवधि रखा गया है।
पटना से हवाई जहाज से 13 अक्टूबर को यात्रा शुरू करने की तिथि रखी गई है। यात्रा का शुल्क दो लोगों के लिए टूर पैकेज की कीमत प्रति व्यक्ति एक लाख सात हजार 268 रुपये है।
ठहरने के लिए 3 स्टार होटल की सुविधा मिलेगी। इसमें ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर की सुविधा मिलेगी। वहीं थाईलैंड के लिए पैकेज शुल्क 48 हजार 351 रुपया रखा गया है। इसकी यात्रा 11 नवंबर से कराई जाएगी।