इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के क्रम में बिहार में लगातार सड़कों एवं पुलों का निर्माण किया जा रहा है और भविष्य को ध्यान में रखते हुए नई परियोजनाओं पर विचार किया जा रहा है। इसी क्रम में बिहार के भागलपुर जिला में स्थित विक्रमशिला सेतु के समानांतर एक और नए पुल का निर्माण किया जाएगा। इस पुल के निर्माण में आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग करते हुए स्टील फाइबर वाला ब्रिज बनाया जाएगा। निर्माण के इस तकनीक में रिइंफोर्सड कंक्रीट टेक्नोलॉजी के तहत स्टील फाइबर व एक्सट्रा डोज का प्रयोग होगा।
रिइंफोर्सड कंक्रीट टेक्नोलॉजी से बनने वाला यह बिहार का पहला पुल होगा। इस टेक्नोलॉजी से बनाए जाने वाले फूलों की खास बात यह है कि इनकी आयु ज्यादा होती है और यह कम से कम 100 सालों तक सही सलामत रहते हैं। विक्रमशिला सेतु के समानांतर बनाए जाने वाले पुल के डिजाइन की जिम्मेदारी रोडिक कंसलटेंट को सौंपी गई है।
इस निर्माण के संदर्भ में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने तकनीक की डिजाइन को लेकर हाल में ही बैठक की थी। बैठक के दौरान बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और इस पुल को डिजाइन करने वाली कंपनी रोडिक कंसल्टेंट के इंजीनियर उपस्थित रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विक्रमशिला सेतु के समानांतर गंगा नदी पर 4.367 किलोमीटर लंबे फोरलेन पुल का निर्माण किया जाएगा, साथ ही भागलपुर की ओर 987 मीटर और नवगछिया की ओर 875 मीटर पहुंच पथ का निर्माण होगा। इस पुल के निर्माण को 4 सालों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। विक्रमशिला सेतु पर इस फोरलेन पुल के बन जाने से नवगछिया से भागलपुर होते हुए झारखंड तक जाना आसान हो जाएगा।
Inout: Daily Bihar