पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों का बढ़ा किराया तो यात्रियों ने ढूंढ निकाला ये रास्ता, आप भी पढ़ें बचत का यह तरीका

पैसेंजर ट्रेनों में स्पेशल किराये की मार से बचने के लिए रेल यात्री अब मासिक सीजन टिकट (एमएसटी) बनवाने में लग गए हैं। खास बात यह है कि पैसेंजर ट्रेनों को स्पेशल ट्रेन के रूप में चलाने की घोषणा के बाद रेलवे यात्री एमएसटी को तवज्जो दे रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सभी पैसेंजर स्पेशल ट्रेनों में एमएसटी को रेलवे ने मान्य किया है।

एमएसटी बनाने से सबसे अधिक फायदा दैनिक रेल यात्रियों को हो रहा है। दो स्टेशनों के बीच सफर करने वाले यात्री पहले की तुलना में अब दोगुना तक अधिक एमएसटी बनवा रहे हैं। एमएसटी बनवाने से रेल यात्रियों को पहले की तरह ही पैसे लग रहे हैं। जबकि स्पेशल ट्रेनों में सफर के लिए पहले से तिगुना तक अधिक किराया देने की मजबूरी है।

वहीं, एमएसटी उन स्टेशनों पर अधिक बनवाए जा रहे हैं जिन रेलखंडों पर पैसेंजर स्पेशल ट्रेनें अधिक चलाई जा रही हैं। दानापुर रेल मंडल में पटना-गया, पटना-बक्सर, पटना-फतुहा के बीच अधिक एमएसटी बनवाया जा रहा है। पूर्व मध्य रेल के सबसे बड़े स्टेशन पटना जंक्शन पर ही एमएसटी बनवाने वाले लोगों की संख्या कोविड की तुलना में दोगुनी से अधिक बढ़ गई है।

कोरोना से पूर्व की सामान्य स्थिति में जंक्शन से पहले रोज 80 से 90 एमएसटी बनाया जाता था। लेकिन कोरोना के बाद अधिकतर पैसेंजर ट्रेनों को स्पेशल पैसेंजर के रूप में चलाने व इसमें मेल एक्सप्रेस का किराया लेने के बाद एमएसटी बनवाने वालों की संख्या बढ़ गई है। दानापुर रेल मंडल के एक वरीय अधिकारी के अनुसार फिलहाल पटना जंक्शन पर रोजाना 250 तक एमएसटी बनवाए जा रहे हैं।

ऐसे में पटना जंक्शन पर ही पहले की तुलना में तीन गुना तक अधिक एमएसटी बनवाए जा रहे हैं। इसी तरह दानापुर रेल मंडल के सभी बड़े स्टेशनों पर भी कोरोना के पहले की तुलना में अभी दोगुना तक एमएसटी बनवाया जा रहा है। राजेंद्र नगर टर्मिनल और दानापुर स्टेशन पर भी एमएसटी बनवाने वाले लोगों की संख्या पहले से अधिक बढ़ी हुई है।

पूर्व मध्य रेल से मिली जानकारी के अनुसार जोन के पांच रेलमंडल में फिलहाल करीब 100 पैसेंजर स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इन सभी ट्रेनों में रेलवे की ओर से यात्रियों से मेल व एक्सप्रेस का किराया लिया जा रहा है। ऐसे में यात्रियों पर दोगुना आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।

एमएसटी बनवाना दैनिक यात्रियों या अक्सर रेल से सफर करने वाले यात्रियों के लिए काफी सस्ता पड़ता है। बुकिंग से जुड़े एक कर्मी ने बताया कि पटना से पैसेंजर स्पेशल ट्रेन में जहानाबाद तक का किराया 30 रुपए है। ऐसे में आने जाने के लिए एक दिन में 60 रुपए लगते हैं।

वहीं, पटना से जहानाबाद के बीच के एमएसटी को बनाने के लिए महज 185 रुपए ही लग रहे हैं। यानी 185 रुपए में एक महीने का पास के रूप में टिकट यात्रियों को उपलब्ध होने पर इसकी मांग बढ़ी है। एमएसटी की तुलना में अगर व्यक्ति रोज आए जाए तो तीन दिन में ही उतना किराया लग जाएगा। वहीं, अगर कोई रोज इन स्टेशन के बीच सफर करेगा तो उसको 1800 रुपए लगेंगे। इस लिहाज से एमएसटी करीब 90 फीसदी सस्ता पड़ रहा है।

 

Input: Daily Bihar

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